Himanshi Narwal Biography : हिमांशी नरवाल की लाइफस्टाइल 2025: उम्र, पति, परिवार, बायोग्राफी और घर
हिमांशी नरवाल का नाम इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में है। वजह है उनका साहस और संयम। 22 अप्रैल 2025 को एलगाम अटैक में उनके पति, भारतीय नेवी ऑफिसर विनय नरवाल शहीद हो गए। यह हादसा शादी के सिर्फ 6 दिन बाद हुआ, जब दोनों हनीमून के लिए वेलगांव गए थे।

इस हमले में विनय की मौत धर्म पूछकर की गई, जिससे देशभर में नाराजगी और बहस शुरू हो गई। लेकिन हिमांशी ने बहुत ही समझदारी और इंसानियत भरे शब्दों में सभी से शांति बनाए रखने की अपील की।
🧾 Himanshi Narwal Biography 2025
जानकारी | विवरण |
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नाम | हिमांशी नरवाल |
उम्र (2025) | लगभग 24 साल |
जन्म स्थान | गुरुग्राम, हरियाणा |
प्रोफेशन | टीचर और सोशल वर्कर |
एजुकेशन | पीएचडी स्कॉलर |
पति | शहीद विनय नरवाल |
शादी की तारीख | 16 अप्रैल 2025 |
वर्तमान निवास | करनाल, हरियाणा |
फादर का नाम | सुनील कुमार (एक्साइज एंड टैक्सेशन ऑफिसर) |
मदर का नाम | पूनम |
🎓Himanshi Narwal एजुकेशन और प्रोफेशन
हिमांशी एक पीएचडी स्कॉलर हैं। इसके साथ ही वे टीचर और सोशल वर्कर भी हैं। उन्हें पढ़ाई से लेकर समाज सेवा तक का गहरा लगाव है। वो सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं और युवाओं को प्रेरित करती हैं।
👪Himanshi Narwal फैमिली बैकग्राउंड
हिमांशी का जन्म गुरुग्राम (हरियाणा) में हुआ। उनके पापा सुनील कुमार एक सरकारी अफसर हैं और एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट में काम करते हैं। मां पूनम एक घरेलू महिला हैं।
हिमांशी की शादी 16 अप्रैल 2025 को विनय नरवाल से हुई, जो भारतीय नेवी में ऑफिसर थे। शादी के 6वें दिन उनका शहीद हो जाना हिमांशी की जिंदगी का सबसे बड़ा दुख बन गया।
🕊️ शांति और सेवा का संदेश
शहीद पति की याद में हिमांशी ने करनाल में 1 मई 2025 को एक ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया। यह दिन विनय का जन्मदिन था। उन्होंने अपने हाथों में विनय का नाम मेहंदी से लिखा और मंच से भावुक होकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
हिमांशी ने साफ कहा कि वो अब अपने पति की याद में समाज सेवा को ही अपना मकसद बनाएंगी। वे शांति और एकता का संदेश फैलाना चाहती हैं, ताकि किसी और का जीवन नफरत में न उलझे।
🏡 अब कहां रहती हैं?
अभी हिमांशी अपने शहीद पति के घर करनाल, हरियाणा में रह रही हैं। यहीं से वे अपने सोशल वर्क और सामाजिक अभियानों को आगे बढ़ा रही हैं।
❤️ लोगों के लिए प्रेरणा
हिमांशी नरवाल आज की युवा पीढ़ी के लिए एक मजबूत संदेश हैं — दुख कितना भी बड़ा क्यों न हो, इंसानियत और शांति को नहीं छोड़ना चाहिए। उन्होंने देश को यह सिखाया कि प्यार और सेवा से ही नफरत का जवाब दिया जा सकता है।
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